बच्चे पारम्परिक स्टाइल के खिलौने से ख़ुश नहीं हैं। बच्चे पारम्परिक स्टाइल के खिलौने से ख़ुश नहीं हैं।
बेकार के शोर शराबे की जगह अब चहचहाते पंछियों ने ले ली है बेकार के शोर शराबे की जगह अब चहचहाते पंछियों ने ले ली है
चिन्टु को धिरे धिरे साथियों ने आग्रह किया चिन्टु को धिरे धिरे साथियों ने आग्रह किया
समय, समय की बात है। हमें अच्छा ही सोचना चाहिए। संडे तो मनोरंजन के लिए होता है, चल़ो समय, समय की बात है। हमें अच्छा ही सोचना चाहिए। संडे तो मनोरंजन के लिए होता है,...
लेखक : अलेक्सांद्र पूश्किन अनुवाद : आ. चारुमति रामदास। लेखक : अलेक्सांद्र पूश्किन अनुवाद : आ. चारुमति रामदास।
मनुष्य सदैव अपने को व्यस्त रखने के लिए मनोरंजन का सहारा लेता है मनुष्य सदैव अपने को व्यस्त रखने के लिए मनोरंजन का सहारा लेता है